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Case of irregularity in the name of lifting medical waste in Bhopal’s Hamidia Hospital

13.06.2022
मेडिकल वेस्ट जो कि हर अस्पताल से निकलता है, उनका निष्पादन समय पर होना जरूरी है जिसके लिए बहुत सी कंपनियां हैं जो अस्पतालों से मिली हुई रहती हैं और समय-समय पर मेडिकल वेस्ट को ले जाने का कार्य करती हैं। हमीदिया अस्पताल मैं मेडिकल वेस्ट उठाने के नाम पर ज्यादा पैसे लेने का मामला सामने आया है। 2 महीने पहले तक जो मेडिकल वेस्ट 4.25 रुपए में उठाया जा रहा था, अब उसके लिए रुपए चुकाये जा रहे हैं,इस तरह से कीमतों में 2 गुना से भी ज्यादा का अंतर है। वहीं, मेडिकल वेस्ट उठाने का काम कर रही कंपनी आई डब्ल्यू एम का कहना है कि डीजल समेत लेबर और गाड़ियों के ट्रैकिंग खर्च पर महंगाई की मार पड़ रही है, इसी वजह से मेडिकल वेस्ट के कलेक्शन से लेकर उसका निष्पादन तक सब कुछ महंगा हो गया है। दरअसल अस्पताल से निकलने वाला मेडिकल वेस्ट इंसीनरेटर में जलाया जाता है। ऐसे में बहुत खर्चा आता है जिसकी वजह से यह रेट है बढ़ाई गई है।

The woman gave birth to a child weighing 4.5 kg in Bhopal’s Sultania Hospital by normal delivery.

11.06.2022
सुल्तानिया अस्पताल में शुक्रवार को एक महिला ने साढ़े चार किलो के बच्चे को जन्म दिया। खास बात यह है कि डिलीवरी नार्मल हुई है। सामान्य तौर पर गर्भस्थ बच्चे का वजन चार किलो या उससे अधिक होने पर डिलीवरी सिजेरियन होती है। लेकिन, सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने काफी मशक्कत के बाद सामान्य से अधिक वजन होने के बावजूद सुरक्षित और नॉर्मल डिलीवरी कराई।गौहरगंज निवासी महिला को पहले से तीन बेटियां हैं, यह चौथी डिलीवरी थी। डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर की टीम में डॉ. सोमलीना रॉय, डॉ. अवनि और डॉ. कीर्ति शामिल थीं। डिलीवरी के बाद मां और नवजात बेटा दोनों स्वस्थ हैं

Health ATM and medical room made for passengers in Bhopal closed for 2 months

09.06.2022
भोपाल रेलवे स्टेशन पर मेडिकल रूम, हेल्थ एटीएम 2 महीने से बंद हैं।इन्हें कवर चढ़ाकर पैक कर दिया गया है। यहां लगी सेनिटरी नैपकिन मशीन के स्थान पर कपड़ों का अस्थाई स्टॉल लगा दिया गया है। दरअसल बीती 31 मार्च को आउटसोर्स सुविधाएं देने वाले संगठनों से रेलवे का अनुबंध समाप्त हो चुका है, इसलिए यह सेवाएं नहीं मिल पा रही है।एग्रीमेंट प्रक्रिया लंबी होने से जल्द ही इन संस्थाओं से अनुबंध होना भी मुश्किल है। कोरोना संक्रमण काल के पहले व उसके बाद भोपाल रेलवे स्टेशन आवागमन करने वाले यात्रियों के साथ इमरजेंसी जैसे हालात बनने पर मेडिकल रूम की सुविधा थी। लेकिन दो प्राइवेट हॉस्पिटल ने यह सुविधा कुछ समय प्रदान की और उनका जैसे ही अनुबंध खत्म हुआ, उसे बंद कर दिया।मेडिकल रूम बंद होने की स्थिति में किसी यात्री की तबीयत बिगड़ने पर उसे निशातपुरा स्थित रेलवे हॉस्पिटल तक ले जाना पड़ेगा। ऐसी ही स्थिति हेल्थ एटीएम सुविधा की हैं, जिसका अब तक रिन्यूवल नहीं हुआ है। स्टेशन मैनेजर एसएल मीणा का कहना है कि इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया है।

Dr. Ajay Dogra will be the new Chief Medical Superintendent (CMS) of Bhopal Rail Hospital

08.06.2022
भोपाल निशातपुरा स्थित रेलवे के मंडल स्तरीय हॉस्पिटल के नए चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ.अजय डोगरा होंगे। उनको डॉ.आशा चिमनिया की जगह लगाया गया है। डॉ. चिमनिया को कोटा के रेलवे हॉस्पिटल भेजा गया है। बता दें कि डॉ आशा चिमनिया का करीब 3 साल का कार्यकाल भी लगभग पूरा हो गया था। वही निशातपुरा रेलवे हॉस्पिटल में अब तक पदस्थ डॉ. राजेश कुमार बेन को उत्तर मध्य रेलवे के लिए रिलीव कर दिया गया है।

In view of Yoga Day in Bhopal, camps are being set up for yoga practice.

08.06.2022
आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की तैयारी शुरू हो गई है। इसको लेकर जिले में जगह जगह प्रोटोकाल में शामिल आसन व योग को लोगों को करवाया जा रहा है ताकि बड़ी संख्या में योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में लोग भाग ले सके। योग के लिए अभियान चला रही संस्थाएं इसको लेकर सचेत हो गई।योग दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में कुछ चयनित योगाभ्यास ही किए जाए है। जिसमें ग्रीवा चालन, सकंध चालन, घुटना चालन, ताड़ासन, वृक्षासन, त्रिकोणासन, अर्थचक्रासन, पादहस्तासन, भद्रासन, वज्रासन, शशांकासन, उत्तानमंदूक आसन, वक्रासन, भुजंगासन, मकरासन, शलभासन, उत्तानपदासान, पवन मुक्तासन, सेतूबंध आसन, अर्ध हलासन, कपालभाती, अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान का अभ्यास करवाया।

In Bhopal’s major health center Jai Prakash Chikitsalaya (JP), 47 class III employees are in a state of illness.

06.06.2022
राजधानी का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र जेपी अस्पताल(JP Hospita) का एक चौथाई स्टाफ खुद बीमार है। इसका खुलासा पिछले दिनों कराई गई अस्पताल स्टाफ की मेडिकल जांच से हुआ है। हालांकि अभी अस्पताल के तृतीय-चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की ही जांच कराई है। ऐसे में लगभग 46% कर्मचारियों की जांच की गई है। बाकी स्टाफ की जांच के लिए अगले हफ्ते विशेष कैंप की तैयारी की जा रही है। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर, नर्सिंग, पैरामेडिकल, टेक्नीकल स्टाफ समेत बाकी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का चैकअप होगा, जो कर्मचारी बीमार मिले हैं उनका सही ढंग से इलाज कराने को कहा गया है। जेपी अस्पताल के 180 कर्मचारियों की जांच करने पर 47 बीमार पाए गए इनमें 25 बीपी के मिले।जिन कर्मचारियों की जांच हो गई हैं उनका डिजिटल रिकॉर्ड तैयार कराया जा रहा है। आगे जिन कर्मचारियों की जांच होंगी उनका प्रिंट उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा, लेकिन इस पूरे रिकॉर्ड को डिजिटल रखकर एनएचएम की ओर से तैयार कराए जा रहे पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि भविष्य में कोई कर्मचारी बीमार पड़ता है तो उसकी मेडिकल हिस्ट्री पोर्टल से एक क्लिक पर देश के किसी भी अस्पताल में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी।
परिजनों का भी रहेगा रिकॉर्ड,जेपी अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि पहले चरण में अस्पताल के 386 कर्मचारियों की मेडिकल जांच कराकर उनका रिकॉर्ड एकत्रित करेंगे। दूसरे चरण में डॉक्टरों समेत तमाम कर्मचारियों के परिजनों को भी इस योजना से जोड़कर उनकी भी नि:शुल्क जांचें कराई जाएंगी। डिजिटल डाटा तैयार होने के बाद कर्मचारियों को आयुष्मान भारत योजना से भी जोड़ा जाएगा। ऐसे में बीमार होने पर नि:शुल्क उपचार मिलेगा। कर्मचारी अस्पताल से सांठगांठ कर झूठे मेडिकल बिल लगाकर छुट्टी लेते हैं लेकिन, योजना का लाभ मिलने पर यह संभव नहीं होगा।

Voluntary blood donation camp organized by Maheshwari Samaj on Mahesh Navami in Bhopal

06.06.2022
महेश नवमी के अवसर पर माहेश्वरी समाज द्वारा नैनागढ़ रोड स्थित माहेश्वरी भवन में एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इसमें 155 लोगों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।कार्यक्रम की शुभारंभ आराध्य देव भगवान शिव के मंदिर में दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।तत्पश्चात रक्तदाताओं ने अपना रक्त जरूरतमंद को काम आवे इस सेवा भाव से दान दिया। साथ ही यह संकल्प भी लिया कि भविष्य में भी आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान हमेशा जारी रहेगा।

Disclosure of fraud happening in Bhopal’s Vaishno Hospital

03.06.2022
आयुष्मान भारत योजना की टीम की जांच में इस धांधली का खुलासा हुआ। सरकार ने इस अस्पताल का 50 लाख रुपए का भुगतान रोक लिया है। अस्पताल के संचालक विवेक परिहार पर क्राइम ब्रांच में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।यह अस्पताल आयुष्मान भारत योजना में इम्पैनल्ड है। यहां आयुष्मान कार्डधारकों का इलाज मुफ्त में होता है। इलाज का बिल अस्पताल की ओर से सरकार को भेजा जाता है। पिछले एक साल में अस्पताल ने डेढ़ करोड़ रुपए का क्लेम किया, जिसमें से लगभग 1 करोड़ रुपए का भुगतान हो चुका है। गौरतलब है कि आयुष्मान योजना में पिछले एक साल में 60 अस्पतालों के खिलाफ ऐसी शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं।

Vicious Santosh Gupta, who cheated 22 thousand in the name of treatment of a cancer patient in Bhopal, was caught by the police.

03.06.2022
समय-समय पर शातिर चोर पैसे ठगने के नए-नए तरीके अपनाते हैं। ऐसा ही मामला भोपाल में देखा गया, यहां पर कैंसर पीड़ित बच्ची के इलाज के नाम पर सोशल मीडिया का सहारा लेकर 22 हजार ठगने का मामला आया है, लोगों को इसी तरह से फंसाने वाले एक 12वीं फेल साइबर ठग को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पेशे से कबाड़ी यह ठग IPS सचिन अतुलकर के नाम से झूठी आईडी बनाकर मदद मांग रहा था। इस मामले में पुलिस को शिकायत मिली थी। वह इसी तरह कई लोगों काे ठग चुका है।

Efforts by doctors in Bhopal to eradicate leprosy from the root

01.06.2022
बीते 5 सालों में भोपाल में कुष्ठ रोग के बहुत से केस पाए गए हैं, जो की चिंता का विषय बना हुआ है। डॉक्टरों के कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने के निरंतर प्रयास जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि कुष्ठ रोगकुष्ठ रोग एक पुरानी संक्रामक बीमारी है जो एक बेसिलस, माइकोबैक्टीरियम लेप्राई के कारण होती है। एम लेप्री धीरे-धीरे गुणा करता है और रोग की ऊष्मायन अवधि औसतन 5 वर्ष है। लक्षण 1 वर्ष के भीतर हो सकते हैं लेकिन इसमें 20 वर्ष या उससे भी अधिक समय लग सकता है।