A two-day workshop was organized on July 12 and 13 by the Department of Psychiatry and De-addiction of Kota Medical College.

14.07.2022
कोटा मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सा व नशामुक्ति विभाग की ओर से 12 व 13 जुलाई को दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें देवली स्थित केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के क्षेत्रीय ट्रेनिंग सेंटर से आए प्रतिभागियों को मनोवैज्ञानिक समस्या व काउंसलिंग तकनीक के बारे में प्रशिक्षण दिया।कार्यशाला में कोटा मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि आज के समय में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल जैसी संस्थाओं में कार्यरत अफसर व जवान ड्यूटी के तनाव से गुजरते हैं। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस प्रभाव को समझना अति आवश्यक है, जिससे कि किसी प्रकार की दुखांतिक घटना को होने से पहले ही रोका जा सके। इस कार्यशाला के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य व परेशानियों को पहचानने में मदद मिलेगी और समय रहते व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी। कार्यशाला में नए अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरपी मीणा, मनोचिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ भरत सिंह शेखावत, मनोचिकित्सक डॉ. चंद्रशेखर सुशील, डॉ. देवेंद्र विजयवर्गीय, सह आचार्य डॉ. विनोद दडिया, डॉ. मिथलेश खींची, सीनियर रेजिडेंट डॉ विमल मीना, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर सुधीर चौहान भी उपस्थित थे।इसके बाद मनोवैज्ञानिक पूर्ति शर्मा व योगिता यादव ने मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग तकनीकों के बारे में बताया। कार्यशाला के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। संचालन विभाग की रेजिडेंट चिकित्सक संध्या यादव, सीनियर रेजिडेंट डॉ विमल मीना ने किया।

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