Chief Medical and Health Officer (CMHO) Dr. Dinesh Kharadi reached Udaipur’s private hospitals to know about the Chiranjeevi scheme.

14.07.2022
मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटलों में कैसे उपचार किया जा रहा है, किसी मरीज को परेशानी तो नहीं है। ये बात जानने के लिए सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बुधवार को हॉस्पिटलों का दौरा किया। सीएमएचओ डॉ. खराड़ी ने योजना में अधिकृत पेसिफिक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस उमरडा एवं गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एकलिंगपुरा का दौरा कर जानकारी ली। डॉ. खराड़ी ने गीतांजलि एवं पेसिफिक अस्पताल में योजना से जुड़ी खामियों पर कहा कि अस्पताल के मुख्य द्वार के साथ साथ चिरंजीवी योजना एवं आरजीएचएस योजना से संबंधित जानकारी लिखें। अस्पताल में दी जा रही सेवाओं का प्रदर्शन अस्पताल के स्वागत कक्ष एवं आपातकालीन द्वार पर भी किया जाए ताकि आपातकालीन अवस्था में भर्ती होने वाले मरीजों को योजना की जानकारी मिल सके। निर्धारित समयावधि में मरीज को जरूरी दस्तावेज उपलब्ध हो सके। गीतांजलि अस्पताल में निरीक्षण के दौरान अस्पताल के रिसेप्शन काउंटर पर आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के साइनेज बोर्ड पाए गए, जिसे सीएमएचओ ने तुरंत बदलवाकर मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के लगवाने के निर्देश दिए। डॉ. खराड़ी ने कहा कि विभाग द्वारा योजना के तहत उपलब्ध पैकेज की बुकलेट तैयार करवाई जा रही है, जिसे अस्पताल में रिसेप्शन, इमरजेंसी एवं पंजीकरण काउंटर पर रखवाया जाए, ताकि अस्पताल में आए किसी भी मरीज को पैकेज के बारे में जानकारी मिल सके।
हर अस्पताल में रखी जाए चिरंजीवी शिकायत पेटिका: डॉ. खराड़ी ने अस्पताल में चिरंजीवी योजना से संबंधित किसी भी शिकायत के लिए अलग से शिकायत पेटिका लगवाने के निर्देश दिए। इसमें कोई भी व्यक्ति द्वारा योजना से संबंधित शिकायत डालने पर अस्पताल प्रशासन द्वारा प्राथमिकता से उसका निस्तारण हो सके। साथ ही सीएमएचओ कार्यालय के योजना समन्वयक के नंबर भीअंकित करने की बात कही, जिससे अस्पताल द्वारा सुनवाई नहीं करने पर परिवादी द्वारा कार्यालय को इसकी शिकायत की जा सके। दोनों अस्पतालों के ऑर्थोपेडिक वार्ड में भर्ती मरीजों से संवाद कर इलाज एवं सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। उन्होंने योजना में भर्ती करने के बाद किसी प्रकार की राशि लेने या नहीं लेने की जानकारी ली। सभी मरीजों ने चिरंजीवी योजना के तहत निशुल्क उपचार के बारे में बताया। अन्य लोगो को भी इस योजना से जोड़ने के लिए प्रेरित किया।
सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने विज्ञप्ति में बताया कि निरीक्षण के दौरान गीतांजलि अस्पताल द्वारा कुछ मरीजों से भर्ती से पूर्व ओपीडी में परामर्श व जांच के लिए राशि लेना पाया गया, जबकि योजना में नियमानुसार भर्ती होने के बाद मरीज को उक्त राशि लौटने का प्रावधान है। इस पर डॉ. खराड़ी ने अस्पताल प्रशासन को तुरंत राशि लौटाने के निर्देश दिए। डॉ. खराड़ी ने बताया इस संबध में बुधवार को एक शिकायत पेसिफिक मेडिकल कॉलेज भीलों का बेदला की भी प्राप्त हुई थी, जिसमे डीपीसी शरद पाटीदार द्वारा अस्पताल प्रशासन से दूरभाष पर संवाद कर मरीज से लिए 6300 की राशि वापिस करवाई गई है एवं अस्पताल प्रशासन को इस संबध में नोटिस जारी कर जवाब तलब भी किया गया है।

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