Such a score will come in NEET only then you will get admission in Government Medical College

देश में डॉक्टर बनने के सपने को पूरा करने के लिए 12वीं के छात्रों को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट यानी नीट को पास करना होता है. यह साल देश में 17 जुलाई को विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर नीट यूजी 2022 का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में 18 लाख से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया था. नीट यूजी हो चुका और अब छात्रों को नीट यूजी आंसर-की और नीट रिजल्ट का इंजतार है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो NEET UG 2022 आंसर-की 1 अगस्त 2022 को जारी किया जा सकता है और नीट यूजी रिजल्ट की घोषणा 18 अगस्त से 31 अगस्त 2022 के बीच कभी भी की जा सकती है. जहां नीट परीक्षा दे चुके छात्रों को नीट रिजल्ट का इंतजार है वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि इस साल नीट 2022 कट ऑफ अंक बढ़ सकता है.
चूंकि नीट रिजल्ट के जारी होने में ज्यादा समय नहीं है, ऐसे में नीट परीक्षा दे चुके छात्र विभिन्न कॉलेजों और देश भर में उपलब्ध सीटों की संख्या के बारे में जानना चाहते हैं. शीर्ष न्यूज पेपर का मानें तो सभी सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की कुल 91,927 सीटें हैं

*NEET 2022 EXPECTED CUT-OFF (अपेक्षित कट-अप)

देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए छात्रों को नीट को पास करना होगा।इसके लिए छात्रों को 50 पर्सेंटाइल स्कोर प्राप्त करना होगा. इस साल NEET 2022 आवेदकों की संख्या सबसे अधिक रही है। ऐसे में विशेषज्ञों की राय है कि इस नीट की कट-ऑफ बढ़ सकता है। कट-ऑफ बढ़ने का मतलब है स्कोर का ऊपर जाना और कम्पीटिशन का बढ़ना। यानी देश के शीर्ष मेडिकल कॉलेजों में सीट हथियाने के लिए कम्पीटिशन के अधिक होने की संभावना है. हालांकि पिछले साल की तुलना में पेपर अपेक्षाकृत कठिन था, फिर भी कट-ऑफ बढ़ने की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को नीट 2022 में लगभग 600 अंक लाने होंगे।बीते साल अनारक्षित वर्ग के लिए 50 पर्सेंटाइल स्कोर 138 अंकों से अधिक था। यह 2020 में 147 और 2019 में 134 से कम था। अगर विशेषज्ञों की माने तो उत्तीर्ण होने के लिए न्यूनतम अंक 150 अंक तक जा सकते हैं और सरकारी मेडिकल कॉलेज में लगभग 600 अंक के करीब हो सकता है।पिछले वर्ष के विश्लेषण के अनुसार, नीट कट ऑफ में उत्तीर्ण अंक सामान्य वर्ग के लिए 720-138 और एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के लिए 137-108 था। जबकि सामान्य वर्ग के लिए पर्सेंटाइल 50वां और एससी/एसटी/ओबीसी वर्ग के लिए 40वां था। देश के सभी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश NEET स्कोर के आधार पर होता है।कट-ऑफ स्कोर कई कारकों पर निर्भर करता है, जिसमें परीक्षा देने वाले छात्रों की संख्या, उपलब्ध सीटों की कुल संख्या और परीक्षा का कठिनाई स्तर शामिल है।

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