Gwalior Commissioner Health Sudam P. Khande and NHM Director Priyanka Das reached District Hospital, patients found lying in the gallery, doctors came forty minutes late even after calling

13.07.2022
स्वास्थ्य सेवाओं का हाल देखने के लिए मंगलवार को आयुक्त स्वास्थ्य सुदाम पी. खांडे और एनएचएम की संचालक प्रियंका दास जिला अस्पताल पहुंचीं। इन अधिकारियों के आने की सूचना सुबह मिलते ही जिला अस्पताल में साफ-सफाई की गई। जिससे कोई कमी न रह जाए। अस्पताल में अधिकारियों के आते ही डॉक्टरों ने मरीजों को छोड़कर जोरदार स्वागत में बुके और मालाओं से लाद दिया।इसके बाद इन अधिकारियों को वहीं ले जाया गया, जहां पर व्यवस्थाएं ठीक मिलीं, लेकिन उसके बाद भी आयुक्त के सामने कमियां छिप न सकीं। आयुक्त के सामने गैलरी में मरीज गर्मी में बेहाल थे। इन मरीजों को देखकर आयुक्त ने पूछ ही लिया कि इनको गैलरी में क्यों लेटा रखा है। वहीं सीटी स्कैन कक्ष में जब बारिकी से मरीजों से लेने वाला पेमेंट के साथ जांच किस तरह से की जा रही है, इसके बारे में पूछा गया। इसके बारे में वहां तैनात कर्मचारी नहीं बता पाया तो सीटी स्कैन के प्रभारी को घर से बुलाया गया। दोनों ही अधिकारियों ने चालीस मिनट तक डॉक्टर का इंतजार सीटी स्कैन कक्ष में ही किया।उसके बाद इंचार्ज डॉक्टर सुनील शर्मा घर से आए और उन्होंने बंद कमरे में दोनों अधिकारियों से कह दिया कि मुझे कोई लिखित में सीटी स्कैन के प्रभारी का चार्ज नहीं मिला है। मुझे तो ड्यूटी के साथ यह देखना पड़ रहा।

पर्चे पर डॉक्टर का नाम और सील होना चाहिए
सीटी स्कैन कक्ष में जब मरीजों के पर्चे एनएचएम की संचालक प्रियंका दास ने देखे तो उन पर्चो पर डॉक्टर का नाम तो दूर उनकी सील तक नहीं थी। जिस पर उन्होंने वहां तैनात कर्मचारी से पूछा कि किस डॉक्टर ने सीटी स्कैन के लिए लिखा है। इस पर वह जबाव नहीं दे सकीं। इसके बाद सिविल सर्जन डॉ. राजेश शर्मा से प्रियंका दास ने कहा कि आगे से डॉक्टर का नाम और सील पर्चे पर जरूर होना चाहिए।

डायलिसिस के लिए फोन लगाकर बुलाओ मरीज

एनएचएम की संचालक को डायलिसिस के बारे में बताया गया कि आज एक ही मरीज की हुई है। इस पर उन्होंने सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा से कहा कि अगर यहां पर अगर मरीज कम हैं तो फोन करके दूसरी जगह से मरीजों को बुलाओ।

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