दुनिया में लौट रहा है मीजल्स, और कारण है शर्मिंदा करने वाला

दुनिया में लौट रहा है मीजल्स, और कारण है शर्मिंदा करने वाला

World Health Organization (WHO) और US Centers for Disease Control and Prevention (CDC) की ताजा रिपोर्ट में यह खतरनाक स्थिति सामने आई है, पिछले वर्ष के मुकाबले दुनिया में इस वर्ष में 30% मीजल्स के केसेज में बढ़ोतरी हुई है जो की अत्यंत चिंता का विषय है ।
इन केसों के वृद्धि का जो मोटा कारण सामने आया है वो है मीजल्स टीकाकरण पूर्ण नहीं होना, मीजल्स की रोकथाम हेतु 95% वैक्सीन कवरेज आवश्यक होता है जो की पिछले वर्ष में 85% से भी कम रहा और इसकी बदौलत दुनिया में करीब 67 लाख मीजल्स केस मिले जिनमें से एक लाख दस हजार मरीजों को जान गंवानी पड़ी ।
मीजल्स को टीकाकरण से पूर्ण रूप से रोका जा सकता है लेकिन इस से लाखों मौतें होना टीकाकरण कार्यक्रम की नाकामी (Gaps) को दर्शाता है, जगह जगह मीजल्स आउटब्रेक होना गंभीर विषय है ।
वर्षों की मेहनत और प्रयासों से मीजल्स कंट्रोल में काफी अच्छी स्थिति में पहुँच गए थे, वर्ष 2000 के बाद मीजल्स केसेज और डैथ में 80% की गिरावट आ गयी थी, कुछ देशों ने तो इसे पूर्ण रूप से एलिमिनेट भी कर दिया था लेकिन ऐसी स्थिति में यह रिपोर्ट टीकाकरण पर गंभीर सवाल खड़े करती है, अगर मजबूती से सुधार नहीं किये गए तो इस स्थिति से निपट पाना आसान नहीं होगा ।

Health employees can join now (after election code of conduct)

अचानक राज्य में निर्वाचन आयोग की आचार संहिता लागू हो जाने के कारण 5 अक्टूबर को गफलत की स्थिति उत्पन्न हो गयी, चिकित्सा एवं अन्य विभागों में 5 से 7 अक्टूबर तक खूब तबादले किये गए ।

आचार संहिता के बाद हुए तबादलों की स्थिति में कई कार्मिकों को तो रिलीव कर दिया गया लेकिन उन्हें नई जगह जॉइन नहीं करवाया गया और बहुतों को रिलीव ही नहीं किया गया ।

दो सौ से ज्यादा नए पदस्थापित चिकित्सा अधिकारियों को भी जॉइनिंग नहीं दी जा रही थी जिससे वो काफी परेशान थे ।

आज दिनांक 12 अक्टूबर को विभाग ने आदेश जारी करते हुए, पूर्व में और उक्त अवधि में हुए तबादलों और नव नियुक्तियों को नई जगह जॉइन करवाने का एक मौका दे दिया है, अब तबादले हो चुके कार्मिक रिलीव होकर जॉइन कर पाएंगे और पूर्व में रिलीव हो चुके कार्मिक भी नई जगह जॉइन करेंगे ।

डीएसीपी के इंतजार में पथरा रही आँखें

डीएसीपी के इंतजार में पथरा रही आँखें

राजस्थान के युवा सरकारी डॉक्टरों में सबसे ज्यादा की जोइनिंग दिसम्बर 2011 के आस पास की है, इन डॉक्टरों का पहला प्रोमोशन छह साल बाद होना होता है, यानि दिसंबर 2017 में | अरिसदा के लम्बे संघर्ष के बाद समझौता हुआ की हर वर्ष की 1 अप्रेल को उस दिन तक के बकाया सभी प्रोमोशन की डीएसीपी लिस्ट जारी कर दी जाएगी, इस समझौता से हर चेहरा खिला हुआ था, अप्रेल बीते जमाना हो चुका, पर अभी तक लिस्ट की कोई सुचना नहीं हैं, बीच में कई बार सीनियरटी लिस्ट जरूर डाली गयी हैं, लेकिन उनमें भी बेजा खामियां हैं | अप्रेल-मई में तो इन लाभार्थियों ने भाग दौड़ भी मचाई, वाट्सएप पर भी चर्चाएँ चली पर अब आस धूमिल हो चुकी हैं, लगता था कि नयी सरकार ही सुध लेगी, पर वे भी बेवफा ही निकले | दबी जुबान कुछ डॉक्टर समझौते के सामर्थ्य पर शक कर रहे हैं तो कुछ निदेशालय के बाबूराज को कोस रहे हैं |

Healthcare Summit Rajasthan 2018

elets 4th Annual Healthcare Summit Rajasthan

Annual Performance Appraisal reports filling authorities

Annual Performance Appraisal reports filling authorities (NEW)


अरिसदा और चिकित्सकों की लम्बे समय से मांग थी की राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कार्मिकों के वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन/ annual performance appraisal (APA)/annual confidential report (ACR) विभागीय अधिकारीयों द्वारा ही भरी जानी चाहिए, जबकि पहले ये रिपोर्ट्स समीक्षा के लिए पंचायती-राज के कार्यकारी अधिकारीयों और जिला कलेक्टर आदि के पास जाती थी !

लम्बी लड़ाई के बाद यह आदेश जारी हुआ है की सभी प्रतिवेदन विभागीय अधिकारीयों द्वारा भरे जायेंगे और विभागीय अधिकारी ही समीक्षा करेंगे, यानि पंचायती राज से मुक्ति की दिशा में एक बड़ा कदम राज्य के चिकित्सकों ने रख दिया है ! बधाई !

Medical  Directorate

कार्मिक

 रिपोर्टिंग ऑफिसर  रिव्युइंग ऑफिसर  असेप्टिंग ऑफिसर आगे जाएगी
(a) Director (PH) ACS/Pr. Secretary Chief Secretary Health Minister DOP
Med.  & Health
(b) Diretor (FW) Secretary Family Chief Secretary Health Minister DOP
Welfare (Comments
of ACS/PHS
(c) Director (AIDS) ACS/Pr. Secretary Chief Secretary Health Minister DOP
Medical & Health
(d) Director (MSU) ACS/Pr. Secretary
Medical & Health
Chief Secretary Health Minister DOP
(a) Addi. Director
NRHM/RCH/IEC
Director/PD (Concerned Secretary FW Health Minister DOP
Programme)
(b) Addi. Director
(others)
Director/PD (Concerned Programme) ACS/ Pr. Secretary
Medical & Health
Health Minister DOP Read more

Health ministry banned 328 fixed-dose combination drugs

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 328 fixed-dose combination (FDC) दवाइयों के निर्माण, बिक्री और मार्केटिंग पर रोक लगा दी है, इन दवाइयों में मुख्यतः पेन किलर्स, कफ सिरप और सर्दी जुकाम की दवाइयां हैं जैसे की सेरिडोन, पैनड्रम, ग्लुकोनोर्म पीजी, लुपिडीक्लोक्स, टैक्सिम एजेड, कोरेक्स सिरप, विक्स एक्शन 500, डी-कोल्ड टोटल आदि !

इन कॉम्बिनेशन से करीब छह हजार दवाइयां बनती हैं, इन पर रोक से ढाई हजार करोड़ का व्यापार प्रभावित होगा !

यह प्रतिबंध लगाना इतना आसान नहीं था, केंद्र सरकार ने 2014 में पहली बार इन दवाओं पर प्रतिबंध लगाया था, उस प्रतिबंध के खिलाफ दवा कंपनियां सुप्रीम कोर्ट गयी, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आदेशित किया की दुबारा से दवाइयों को जांचें. सरकार द्वारा जांचने के बाद पुनः पाया गया की ये कॉम्बिनेशन नुकसानदायक है, अतः रोक जारी रहेगी !

चूँकि बहुत से लोग बिना डॉक्टरी सलाह के इन दवाओं को सीधे मेडिकल स्टोरों से खरीद्के उपयोग में ले रहे थे जो की उनके लिए नुकसानदायक हो रही थी, यह भी एक कारण था की इन दवाओं पर रोक लगाई गयी है !

किसी भी तरह की दवाई का इस्तेमाल केवल डॉक्टरी सलाह के बाद ही करना चाहिए !

अपडेट = तीन दवाओं को मिली रिलीफ ! सेरीडॉन है शामिल उनमें ।

कॉम्बिनेशन की पूरी लिस्ट यहाँ उपलब्ध है –

Dearness allowance hike DA Rajasthan July 2018

केन्द्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ने के बाद राजस्थान सरकार ने भी 10 सितम्बर 2018 को दो फीसदी महंगाई भत्ता बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए हैं !
यह बढ़ा भत्ता जुलाई 2018 से दिया जायेगा, पीछे का भत्ता भी मिलेगा एरियर के रूप में !

FMGE June 2018 Result

National Board of Examinations
(FMGE –Screening test)
Dated: July 26, 2018
June 2018 session

  1. Result of FMGE (Screening Test), June 2018session has been declared and can be seen at NBE website and FMGE website.
  2. Candidates will be able to download their individual score cards by 02/08/2018 at FMGE website https://nbe.edu.in.

Click below to download result

“एकल पारी अस्पताल” की खबर का सच

एकल पारी अस्पताल की खबरें सिर्फ अफवाह हैं, आयुष्मान भारत योजना में जिन संस्थानों को पायलट प्रोजेक्ट में लिया गया है केवल उनका समय एकल पारी का रहेगा !

लेकिन 2 अक्टूबर से इसका ऑपरेशनल फेज शुरू हो जाएगा जिसमें अधिकांश संस्थान इस योजना में ले लिए जाएंगे, सो केंद्र सरकार के सहारे ही सही, अपन एकल पारी की तरफ बढ़ तो रहे हैं ।
हालांकि यह एक माननीय प्रधानमंत्री जी की एक अतिमहत्वपूर्ण योजना है जिसमें हर संस्थान को “हैल्थ वैलनेस सेंटर” के रूप में प्रमोट किया जाएगा और इसके किर्यान्वन में पूरे चिकित्सा विभाग को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा, तब जाकर मोदी जी का सपना रंग लायेगा ।

Happy Doctors Day


Doctors on earth are like Gods in the heaven. A special day is observed to thank them for their humane services to mankind. Every year July 1 is Doctor’s Day which is very special for every medical practitioner. First Doctor’s Day was celebrated in 1991. Every doctor of any specialization acknowledges the entire medical profession.
The story of Doctor s Day in India is very interesting. The history says, that in the year 1882, July 1st saw the birth of renowned Physician and partisan Dr. Bidhan Chandra Roy. He is remembered till date for actively involving himself in starting many institutions, hospitals and was fully dedicated to the upliftment of Indian society.
Doctor s Day is observed to pay tribute to Dr B C Roy and salutes the spirit of his dedication. The red carnation was chosen as the official symbol of Doctors Day because of the color of the flower is in spirit of characters of medical profession. It represents adoration, charity, sacrifice, bravery and audacity.


This day is dedicated to all the doctors opportune to remind them of their vital role in our lives. Doctors owe challenge that even a minor mistake could drastically affect a patient s life and commitment to serve them by all their might. People find Doctor s Day a perfect time to recognize the pressure of the job, expressing thanks to doctors for mentoring and to be grateful for their ability to comfort and heal. US and other western countries commemorate Doctor’s Day on March 30 in memory of the day when Dr. Crawford W. Long first used ether anesthesia in surgery to remove a tumor from a patient’s neck.