A doctor living in the hostel of Aurobindo Hospital, Indore committed suicide by jumping from the fifth floor.
17.06.2022
इंदौर के अरबिंदो अस्पताल के होस्टल में रहने वाले एक डॉक्टर ने पांचवीं मंजिल से कूदकर जान दे दी। रात में सूचना के बाद परिजन भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस के मुताबिक आत्महत्या की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है। डॉक्टर ने यहां दो माह पहले ही एडमिशन लिया था।TI राजेन्द्र सोनी के मुताबिक घटना गुरुवार दोपहर की है। रात में थाने पर अरबिंदो अस्पताल के डॉक्टरों ने इसकी सूचना दी। कश्यप (26) पुत्र रमेश पाटीदार निवासी सुसारी ग्राम कुक्षी (धार) ने निजी सिद्धांत होस्टल की पांचवीं मंजिल से कूदकर अपनी जान दे दी। कश्यप ने विदेश से एमबीबीएस किया था। जिसके बाद वह इंदौर के अरबिंदो से एमडी मेडिसिन की पढ़ाई कर रहा था। यहां वह फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था।पुलिस के मुताबिक होस्टल की पांचवीं मंजिल से कूदने के बाद कश्यप की सांसें चल रही थी। मौके पर मौजूद होस्टल के कर्मचारी और स्टूडेंट उसे लेकर अरबिंदो अस्पताल पहुंचे। यहां उसे तत्काल आईसीयू में भर्ती किया गया। डॉक्टर देर रात तक उसका उपचार करते रहे। बुधवार रात को उसकी मौत हो गई। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने कश्यप का मोबाइल जब्त कर लिया है।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर होस्टल के रूम की जांच की। यहां पुलिस को कश्यप के जूतों के निशान दीवार पर मिले हैं। कपड़ों से कुछ कागज भी मिले हैं, जो दिन के समय ड्यूटी के थे। दोस्त और परिवार ने भी अपने बयान में किसी तरह की परेशानी को लेकर जिक्र नहीं किया है। इनका कहना है कि उसने कभी किसी से विवाद या झगड़े की बात नहीं कही।
Seminar on health was organized in the IMS department of Devi Ahilya University in Indore, the program honored the students of IMS who provided courageous health services during the time of Covid-19.
17.06.2022
देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के आईएमएस विभाग में स्वास्थ्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में आईएमएस के उन वर्तमान और पूर्व स्टूडेंटों का सम्मान किया गया जिन्होंने कोविद के समय साहसिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए काम किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं ने जन स्वास्थ्य में उभरते रुझान, स्वास्थ्य व्यवस्था की मजबूती और जन स्वास्थ्य विषय पर अपनी बात रखी।कार्यक्रम में कुलपति रेणू जैन ने कहा कि कोविद की वजह से हमने बहुत से प्रोफेसर और कर्मचारी अधिकारियों को खोया है। लेकिन यूनिवर्सिटी के बच्चों ने कोरोना काल में अच्छा काम किया है। मुझे इस पर गर्व है। वहीं एमजीएम के डॉ. संजय दीक्षित ने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं पर मैनेजमेंट के बच्चों को ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहिए। वहीं हेल्थ अफोर्डेबल और एक्सेप्टेबल होना चाहिए।सीएमएचओ ने स्टूडेंट से बात करते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हर किसी ने अपने किसी ना किसी को खोया है। लोगों को पब्लिक हेल्थ सिस्टम से उम्मीद नहीं थी। लेकिन हमने कोरोना की दूसरी लहर में ज्यादा अच्छे से काम कर खुद को साबित किया है। इंदौर ने कोरोना वैक्सीनेशन में भी टॉप किया है।
Indefinite strike of nursing girls in Patna Medical College Hospital (PMCH), demanding that hostel arrangement for girl students should be done in Patna itself.
11.06.2022
पीएमसीएच के नर्सिंग के दर्जनों छात्राएं हॉस्टल की मांग को लेकर गर्दनीबाग में सात दिन से भूख हड़ताल पर बैठी हैं।दरअसल, छात्राओं का कॉलेज वैशाली के राजापाकर में शिफ्ट किया जा रहा है,जबकि प्रदर्शनकारियों नर्सिंग छात्राओं का कहना है कि हम लोगों ने पीएमसीएच में एडमिशन लिया है,ऐसे में हमलोगों को पटना में ही हॉस्टल देकर पीएमसीएच में पढ़ाई कराई जाए। वहीं पिछले सात दिन से भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं की तबीयत बिगड़ने लगी है, कई छात्राओं को स्लाइन चढ़ाया जा रहा है, वहीं चार छात्राओं की तबीयत अधिक बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती किया गया है।प्रदर्शनकारियों में छात्रा प्रेरणा का कहना है कि यह सरकार ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा देती है, लेकिन हमलोग आज नर्सिंग की छात्रा होकर सड़क पर बैठकर भूख हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन सरकार किसी भी तरह से संज्ञान नहीं ले रही है, जोकि काफी दुखद है।जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी चाहे कुछ भी हो जाए धरनास्थल पर बैठकर भूख हड़ताल जारी रखेंगे। उनका कहना है कि वे लोग किसी भी हालत में वैशाली नहीं जाएंगे।