Charak Shapath अब ‘हिप्पोक्रेटीज’ की जगह डॉक्टर लेंगे ‘चरक’ की शपथ !

बेंगलुरु/अहमदाबाद. मेडिकल छात्रों को सदियों पुरानी हिप्पोक्रेटिक शपथ (Hippocratic Oath) दिलाने की परंपरा धीरे-धीरे अब समाप्ति की ओर है। क्योंकि, अब इसकी जगह स्टूडेंट्स को भारतीय संस्कृति से जोड़ने के लिए चरक शपथ दिलाई जा रही है। अब आगामी 14 फरवरी से देश के मेडिकल कॉलेजों  में शुरू हो रहे अकादमी सत्र में अब देशी शपथ ही इसके लिए दिलाई जाएगी।

मेडिकल स्टूडेंट्स को दिलाई गई चरक शपथ का नाम आयुर्वेद के जनक माने जाने वाले महर्षि चरक के नाम पर भी रखा गया है। वहीं, नैशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के अंडरग्रैजुएट बोर्ड ने बीते हफ्ते कॉलेजों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की है। सूत्रों की मानें तो, इस मीटिंग में तय हुआ कि शपथ क्षेत्रीय भाषा में भी आगे से ली जा सकती है।

होगी 10 दिन की योगा ट्रेनिंग भी

महर्षि चरक आयुर्वेद विज्ञान में योगदान करने वालों में प्रमुख हैं। साथ ही वह चिकित्सा ग्रंथ चरक संहिता के लेखक भी है। इसी क्रम में अब चरक शपथ लेने के अलावा सभी MBBS फ्रेशर्स को 10 दिन की योगा ट्रेनिंग भी अब अनिवार्य होगी। इस बात सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ. जॉर्ज डिसूजा ने कहा कि NMC ने कॉलेजों को चरक शपथ को लेकर जरुरी जानकारी दे दी है।

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