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100 seat recognition in medical college

Medical college got recognition for 100 seats in Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। राज्य सरकार की पहल पर प्रदेश में तीन नए मेडिकल कॉलेज में पिछले साल जहां कांकेर काे एनएमसी से मान्यता मिली थी, वहीं इस बार महासमुंद काे भी मान्यता मिल गई।प्रदेश में दाे साल पहले कांकेर, महासमुंद व काेरबा जिले में नए मेडिकल कॉलेज खाेलने की मंजूरी मिली थी। इसके बाद तीनाें ही जिलाें में मेडिकल कॉलेज की तैयारी शुरू हुई। पिछले साल एनएमसी के निरीक्षण के बाद कांकेर काे मान्यता मिली थी।इस बार मान्यता की दाैड़ में महासमुंद व काेरबा मेडिकल कॉलेज थे। करीब 2 महीने पहले एनएमसी ने दाेनाें कॉलेज का एक ही दिन वर्चुअल निरीक्षण किया था। उसके बाद से फाइनल रिपाेर्ट का इंतजार चल रहा था।शुक्रवार काे एनएमसी ने एक रिपाेर्ट जारी की, जिसमें महासमुंद मेडिकल कॉलेज काे शैक्षणिक सत्र 2022-23 के लिए 100 सीट के चिकित्सकीय शिक्षा के लिए मान्यता प्रदान कर दी गई है।प्रदेश में शासकीय मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी होने से मेडिकल की शिक्षा के साथ ही मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।

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Dog attack resident doctor

Dogs attack resident doctor in Nagpur Medical College, admitted to ICU

नागपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में आवारा कुत्तों को आतंक देखने को मिल रहा है. अधिकारी के अनुसार एक रेजिडेंट डॉक्टर को रविवार को कम से कम चार आवारा कुत्तों ने काट लिया. जिसके बाद उसे अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती कराना पड़ा. महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (एमएआरडी) की जीएमसीएच इकाई के अध्यक्ष डॉ सजल बंसल ने पीटीआई को बताया कि अस्पताल कई दिनों से आवारा कुत्तों के खतरे का सामना कर रहा है, अस्पताल में 40 से 50 कुत्ते देखे जा रहे हैं.बंसल ने कहा, “छात्रावास कैंटीन की पार्किंग में शाम को इन कुत्तों ने एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर पर हमला कर दिया था. जिस कारण वो गंभीर रूप से घायल हो गयीं हैं. उन्हें आईसीयू में भर्ती करवाया गया है. पिछले हफ्ते से ऐसी चार से पांच घटनाएं हो चुकी है.एमएआरडी के पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि जीएमसीएच प्रशासन ने इस मुद्दे के बारे में नागपुर नगर निगम को सूचित किया था, लेकिन बाद में अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है.

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Insulting of a doctor

IMA criticizes Punjab minister for forcing doctor to lie down on dirty mattress

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बाबा फरीद स्वास्थ्य विज्ञान विश्विवद्यालय (BFUHS) के कुलपति को एक अस्पताल के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में गंदे गद्दे पर लेटने को कथित तौर पर मजबूर करने के लिए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा की शनिवार को निंदा की. आईएमए ने मंत्री से उनके ‘दुर्व्यवहार’ के लिए बिना शर्त माफी मांगने और इस्तीफे की मांग की. आईएमए ने साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से उनके खिलाफ तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने की अपील की.
आईएमए ने एक बयान में कहा, ‘‘आईएमए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री की अपमानजनक कार्रवाई की कड़ी निंदा करता है, जिन्होंने 29 जुलाई को बीएफयूएचएस के कुलपति डॉ. राज बहादुर को अपमानित किया. यह न केवल कुलपति का अपमान है, बल्कि इससे पूरे भारत में पूरे चिकित्सा बिरादरी का अपमान हुआ है.” यह पता चला है कि बहादुर ने पद से इस्तीफा दे दिया है और पंजाब के मुख्यमंत्री से उन्हें सेवा से मुक्त करने का अनुरोध किया है. आईएमए ने कहा, ‘‘नेताओं द्वारा चिकित्सक समुदाय को अपमानित और परेशान करने की इस तरह की कई घटनाएं हुई हैं. इससे डॉक्टरों को पीड़ा होती है.”
एसोसिएशन ने कहा, ‘‘आईएमए स्वास्थ्य मंत्री से उनके दुर्व्यवहार के लिए तत्काल बिना शर्त माफी मांगने और इस्तीफे की मांग करता है. आईएमए पंजाब के मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप करने और मंत्री के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की अपील करता है” घटना शुक्रवार की है, जब जौरामाजरा फरीदकोट स्थित गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे, जो बीएफयूएचएस के अंतर्गत आता है.इंटरनेट पर वायरल घटना के एक वीडियो में दिख रहा है कि जौरामाजरा अस्पताल के त्वचा विभाग में रखे एक गद्दे की ‘‘खराब स्थिति” की ओर इशारा करते हुए सर्जन बहादुर के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें उसी गद्दे पर लेटने के लिए मजबूर कर रहे हैं. वीडियो में कुलपति स्वास्थ्य मंत्री को समझाते हुए दिखाई दे रहे हैं कि वह इन सुविधाओं के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, जिस पर आम आदमी पार्टी (आप) नेता ने कहा, ‘‘सब कुछ आपके हाथ में है.”हालांकि, घटना के बाद कुलपति ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि वह ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकते और उन्हें सेवाओं से मुक्त किया जाए. कुलपति ने शनिवार को बताया कि मंत्री की ओर से किए गए इस तरह के व्यवहार से वह अपमानित महसूस कर रहे हैं. कुलपति के पद से इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मैंने मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा व्यक्त की है और कहा है कि मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं.” सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने घटना पर कड़ा रुख अपनाया है और जौरामाजरा से बात की है. माना जाता है कि मान ने बहादुर को अगले सप्ताह उससे मिलने के लिए भी कहा है.

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Success story of doctor

Success Story First doctor then IAS officer, today he is the owner of a company worth Rs 14 thousand crores

लोग छोटी नौकरी पाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हो जाते हैं। परंतु कई ऐसे भी लोग होते हैं जो अच्छी नौकरी मिलने के बावजूद अपने मनचाहे काम में हाथ अजमाना चाहते हैं। वे अच्छी नौकरी मिलने के बावजूद उसको छोड़कर सफर में आगे बढ़ते हैं. आज हम आपको ऐसे ही एक शख्स की कहानी बताएंगे. जिसने सारी लोगों की बातों को झूठा साबित कर अपना एक मुकाम हासिल किया है. हम यहां पर बात कर रहे हैं अनएकेडमी(Unacademy) के को फाउंडर रोमन सैनी की। इनके पास डॉक्टर और आइएएस अधिकारी बनने के बाद ऐसा काम किया, जिसकी सब लोग तारीफ करते हैं।
रोमन सैनी ने 16 वर्ष की उम्र में एमबीबीएस के लिए होने वाले एंटरेन्स एग्जाम को पास किया, 18 बरस की उम्र में एक ऑर्गेनाइजेशन के लिए रिसर्च पेपर लिखा और 22 बरस के होते होते भारत की सबसे मुश्किल एग्जाम में से एक आईएएस के एग्जाम को पास किया.

AIIMS में प्रवेश पाने वाले देश की सबसे युवा बने

बचपन से ही अद्भुत प्रतिभा के धनी रहें रोमन सैनी ने 16 बरस की उम्र में एम्स की प्रतियोगी परीक्षा में पास होकर एम्स में प्रवेश पाने वाले देश के सबसे युवा प्रतिभागी बने. आपको बता दें कि एम्स दिल्ली द्वारा आयोजित यह मेडिकल एग्जाम, एमबीबीएस में प्रवेश लेने के लिए आयोजित होने वाले एग्जाम में सबसे कठिन एग्जाम माना जाता है.

22 की उम्र में बने IAS अफसर

महज 6 महीने डॉक्टर की नौकरी करने के बाद रोमन सैनी का मन सिविल सर्विसेज की तरफ मुड़ गया. पहली बार में ही आईएएस का एग्जाम पास करके रोमन सैनी एक आईएएस अधिकारी बन गए, जिनको मध्यप्रदेश में नियुक्त किया गया. लेकिन रोमन सैनी यहां पर भी ज्यादा वक्त तक रुके नहीं और अपने बचपन की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए टीचर बन गए. एक इंटरव्यू में रोमन सैनी ने बताया था कि उनको बचपन से ही पढ़ना और पढ़ाना पसंद था. यह ख्वाहिश ही उनको टीचिंग की तरफ की खिंच लाई.

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Urine colour symptoms

Urine Color Symptoms: Know the secret of your health by the color of urine, know what are the signs of which color

अक्सर हम शरीर में होने वाली बीमारियों या समस्याओं का पता उनके लक्षणों से पता करते है । बहुत सारी बीमारियों की जानकारी त्वचा और नाखूनों के रंग से पता चल जाती है। उसी प्रकार आपके यूरिन का रंग से भी सेहत से जुड़ी कई जानकारियां मिल जाती है। यूरिन का कार्य किडनी के माध्यम से रक्त से अतिरिक्त पानी और अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना है। यदि आपने भी अपनी पेशाब का रंग बदलते हुए देखा है तो इसके पीछे भी कई शारीरिक कारण हो सकते हैं और इसके जरिए बीमारी का पता किया जा सकता है। आइए जानते हैं यूरिन के रंग में हुए बदलाव के जरिए आप बीमारी का पता कैसे लगा सकते हैं –

हल्के पीले रंग का यूरिन
यदि आपके यूरिन का रंग हल्का पीला है, तो आपका शरीर सही ढंग से काम कर रहा है और आप स्वस्थ हैं। साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के कारण भी यूरिन का रंग हल्का पीला होता है।
गहरा पीला रंग का यूरिन
जिस व्यक्ति की पेशाब का रंग गहरा पीला होता है तो यह शरीर में पानी की कमी को दिखाता है। इसका मतलब ये है कि आपका शरीर डिहाइड्रेट है और आप को पर्याप्त मात्रा में पानी पीने और तरल पदार्थों के सेवन की आवश्यकता है। अक्सर दवाओं से सेवन से भी यूरिन का रंग गहरा पीला हो जाता है, लेकिन यह समस्या लगातार रहती है तो डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए।
दूधिया सफेद रंग की यूरिन
दूधिया सफेद रंग का यूरिन शरीर में यूरिन संक्रमण अथवा किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है। ऐसे में चिकित्सक को दिखाना जरूरी होता है। इस दौरान हल्का पेट दर्द भी हो रहा है, किडनी स्टोन होने की आशंका रहती है।
पारदर्शी रंग का यूरिन
यूरिन का रंग पारदर्शी होने का कारण शरीर में पानी की अधिकता भी हो सकती है। हालांकि शरीर को हाइड्रेट और स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त पानी पीना आवश्यक होता है, परंतु जरूरत से ज्यादा पानी पीने से शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकल जाते हैं, लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है।

लाल या गुलाबी रंग का यूरिन
कई बार यदि हम गाजर, चुकंदर, जामुन आदि का सेवन करते हैं तो उसके कारण भी पेशाब का रंग लाल अथवा गुलाबी हो सकता है। लेकिन अक्सर यह समस्या बनी रहती है, तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। दरअसल यूरिन का लाल रंग होने पर किडनी में ट्यूमर, पथरी की उपस्थिति को दर्शाता है।

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Audit report of corona death will be given in 48 hours

In case of death due to Covid in Bhopal hospitals, audit report will have to be given in 48 hours

29.07.2022
राजधानी में बीते एक महीने में कोविड से 6 लोगों की मौत हो चुकी हैं, लेकिन जिस अस्पताल में इनकी डेथ हुईं, उनकी तरफ से रिपोर्ट भेजने में काफी देरी की गई। ऐसे मामलों में अब 24 से 48 घंटे में ऑडिट रिपोर्ट भेजनी होगी, ताकि कोविड डेथ की समीक्षा समय पर की जा सके। दरअसल, अब तक कोविड मौत के लिए हमीदिया अस्पातल में एक टीम बनी हुई थी। यही टीम सभी कोविड डेथ के मामलों का ऑडिट करती थी, लेकिन अब कोविड से डेथ के मामले बहुत कम हो गए हैं।ऐसे में सीधे अस्पताल को ऑडिट करने के लिए कह दिया गया है। इधर, शहर में गुरुवार को कोविड के नए 51 केस सामने आए हैं। इन्हें मिलाकर अब शहर में 304 एक्टिव केस हो गए हैं। इसके पहले मंगलवार को शहर में 25 और बुधवार को 45 कोविड पॉजीटिव आए थे। मप्र में गुरुवार को 244 नए केस आए और प्रदेश में कुल एक्टिव केस की संख्या 1580 हाे गई है। वहीं इंदौर में सबसे ज्यादा 94 नए केस सामने आए हैं।

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Quack doctor caught by faridabaad health department

In Faridabad, the health department caught a quack doctor

फर्जी डॉक्टर बनकर अवैध तरीके से गर्भपात कराने का धंधा करने वाले एक व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पकड़ लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। आरोप के खिलाफ केस भी दर्ज करा दिया है। उसके कब्जे से गर्भपात कराने वाली दवा किट भी बरामद हुई है। गया आरोपी की पहचान गांव खोरी जमालपुर धौज निवासी जुबैर के रूप में हुई है। वह दसवीं पास है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।जानकारी के अनुुसार सीएमओ डॉ विनय गुप्ता को सूचना मिली कि गांव खोरी जमालपुर निवासी जुबैर नामक व्यक्ति खुद को डॉक्टर बनकर अवैध गर्भपात का धंधा चला रहा है। इसके बदले महिलाओं से पांच हजार रुपए वसूल करता है। इससे महिलाओं और गर्भ में पल रहे बच्चे की जान संकट में पड़ जाता है। सूचना पर सीएमओ ने डाॅ. रामनिवास, डाॅ. हरीश आर्य, डाॅ. स्वेता व डाॅ. कुलदीप की टीम बनाकर जांच के लिये भेजा। डाॅ. रामनिवास ने गुड्डी पत्नी रोहताश को नकली ग्राहक बनाया। टीम ने पांच-पांच सौ दस नोट पांच हजार रुपये नंबर नोट करके नकली ग्राहक को दिए और जुबेर के पास गर्भपात करवाने की बात करने के लिए भेजा। स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव खोरी जमालपुर पहुंची। नकली ग्राहक के पति ने जुबेर को फोन कर गर्भपात करवाने की बात करी। जुबेर ने अपनी लोकेशन वाट्सएप की। नकली ग्राहक जुबेर से पाली सोहना रोड पर गांव सिरोही के पास मिले। जुबेर ने महिला से पांच सौ रुपये गर्भपात की दवाई के लिये मांगे और अपनी जेब से दवा की किट निकालकर महिला के पति को दे दिए। महिला के पति ने जैसे ही रूपए जुबेर को दिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे दबोच लिया। उसके कब्जे से एमटीपी किट और ग्राहक द्वारा दिए गए पांच सौ रूपए बरामद किए। पूछताछ में जुबेर ने बताया कि वह दसवीं पास है। उसके पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं है।

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Aiims raebareli

AIIMS Raebareli Recruitment 2022: AIIMS रायबरेली ने सीनियर रेसिडेंट्स पदों पर निकाली हैं 41 भर्तियां

28.07.2022
सरकारी नौकरी का सपना देखने वाले उम्मीदवारों के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली (All India Institute of Medical Sciences, Raebareli) सुनहरा मौका लेकर आया है. यहां सीनियर रेजिडेंट के 41 पदों पर भर्तियां निकाली गई हैं. अगर आप भी AIIMS जैसे बड़े और नामी संस्थान में नौकरी चाहते हैं तो जल्द से जल्द आवेदन भेज सकते हैं. उम्मीदवार www.aiimsrbl.edu.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 16 अगस्त 2022 है. आइए देखें इसकी प्रक्रिया और जरूरी जानकारी।

*विभाग और पद

1. एनेस्थिसियोलॉजी- 3
2. बायोकेमिस्ट्री – 1
3. दंत चिकित्सा – 1
4. डर्मेटोलॉजी – 1
5. मेडिसिन – 6
6. माइक्रोबायोलॉजी – 2
7. प्रसूति एवं स्त्री रोग – 3
8. नेत्र विज्ञान- 1
9. हड्डी रोग – 2
10. ओटोलरींगोलॉजी(ENT) – 2
11. बाल रोग – 3
12. पैथोलॉजी- 3
13. मनश्चिकित्सा – 1
14. रेडियोलॉजी – 3
15. सर्जरी – 6
16. आधान चिकित्सा (Transfusion Medicine)- 3

कुल- 41 पद (19 अनारक्षित, 10 OBC, 6 SC, 3 ST और 3 पद EWS उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।

AIIMS रायबरेली भर्ती 2022 के लिए आवेदन शुल्क

सामान्य/ओबीसी/ईडब्ल्यूएस: 1,000/-
एससी / एसटी वर्ग: 800/-
पीडब्ल्यूबीडी: शून्य

वेतन

सातवें वेतन आयोग के अनुसार वेतन मैट्रिक्स (स्तर-11) के चयनित उम्मीदवारों को न्यूनतम 67,700 रुपए + एनपीए (चिकित्सा कर्मियों के लिए) दिया जाएगा।

योग्यता
उम्मीदवार को भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम 1956 की पहली, दूसरी अनुसूची या तीसरी अनुसूची के भाग II में शामिल एक चिकित्सा योग्यता को पूरा करना चाहिए.
उम्मीदवार को सेंटर या स्टेट चिकित्सा परिषद के साथ पंजीकृत होना चाहिए.
एक स्नातकोत्तर डिग्री यानी संबंधित विशेषता में एमडी / एमएस / डीएनबी या इसके समकक्ष होना चाहिए.
पैथोलॉजी विभाग के लिए: आवश्यक योग्यता एमडी पैथोलॉजी / एमडी लैब मेडिसिन होगी।

आयु सीमा

सीनियर रेजिडेंट्स एसआर के पद के लिए आयु सीमा 45 वर्ष है. (अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए 5 वर्ष और 3 वर्ष की छूट)
(ओबीसी उम्मीदवारों के लिए शारीरिक विकलांग (OPH) के मामले में, अधिकतम तक की आयु में छूट).

जरूरी तारीखें
आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि: 16 अगस्त 2022 (शाम 5.00 बजे)
लिखित परीक्षा की तिथि: 20 अगस्त 2022
विभागीय मूल्यांकन की तिथि: 22 अगस्त 2022
चयन प्रक्रिया
लिखित परीक्षा (MCQ आधारित) – 80% वेटेज
विभागीय मूल्यांकन – 20% वेटेज
दस्तावेज सत्यापन के समय उम्मीदवार को मूल दस्तावेज और सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी का एक सेट लाना होगा. इसके आधार पर सीनियर रेजिडेंट्स का चयन किया जाएगा|

सरकारी नौकरी का सपना देखने वाले उम्मीदवारों के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायबरेली (All India Institute of Medical Sciences, Raebareli) सुनहरा मौका लेकर आया है. यहां सीनियर रेजिडेंट के 41 पदों पर भर्तियां निकाली गई हैं. अगर आप भी AIIMS जैसे बड़े और नामी संस्थान में नौकरी चाहते हैं तो जल्द से जल्द आवेदन भेज सकते हैं. उम्मीदवार www.aiimsrbl.edu.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं| आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 16 अगस्त 2022 है. आइए देखें इसकी प्रक्रिया और जरूरी जानकारी।

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Dr.Zaheer-ul-islam is no more

Dr. Zaheer-ul-Islam, who created history in plastic surgery 45 years ago, is no more.

28.07.2022
डॉ. जहीर का शुमार देश-दुनिया के उन डॉक्टरों में है, जिन्होंने प्लास्टिक सर्जरी के बूते कई मायूस लोगों को नई जिंदगी दी। बुधवार शाम 4:30 बजे फानी दुनिया को डॉ. जहीर ने अलविदा कह दिया।रात को सूफिया मस्जिद में उनकी नमाज-ए-जनाजा हुई और भोपाल टॉकीज के पास वाले कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्देखाक किया गया। परिवार के नाम पर सिर्फ पत्नी के रूप में नजमा हैं। उनके छोटे भाई शहर के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. नईम हैं। डॉ. जहीर का सबसे बड़ा करिश्मा साल 1977 में ग्वालियर की एक युवती मुन्नी बाई को मुन्ना लाल बनाने का है। मुन्ना की अब संतानें हैं।

दरअसल, मुन्नीबाई पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी थीं। उनकी शादी के तीसरे दिन पति ने उन्हें घर से निकाल दिया। इसके पीछे वजह बताई गई कि उनका शरीर और हावभाव स्त्रियों की तरह न होकर पुरुषों जैसे थे। इसके बाद पिता उन्हें इलाज के लिए इंदौर के महाराजा यशवंत अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल में डॉ. जहीर को दिखाने के लिए कहा।
इसके बाद डॉ. जहीर ने 3 महीने तक हमीदिया में रखकर उनका दो बार ऑपरेशन किया और मुन्नी बाई, मुन्ना लाल बन गई। उनके इस काम के कारण उन्हें अमेरिका समेत कई देशों में हुई मेडिकल कॉन्फ्रेंस में बुलाया गया। डॉ. जहीर की एक खासियत यह भी थी कि वे दोनों हाथों से एकसाथ सर्जरी कर लेते थे।

बात-बात पर शेर कहना फन था

जैमिनी के अनुसार स्वभाव से मजाकिया, बात-बात पर शेर कहना डाॅ. जहीर का एक फन था। रिश्ते निभाने के मामले में वे एक मिसाल थे। साथ ही मेडिकल दुनिया के वे इनसाइक्लोपीडिया थे। उन्हें भोपाल से बहुत मोहब्बत थी। बर्रु कट भोपाली होने के साथ ही उर्दू अदब में दखल रखते थे।

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Tranfer in health department of rajasthan

Kumbh of transfers in Rajasthan, transfers are being done continuously in Health Department

28.07.2022

राजस्थान में 2 साल के कोविड काल के बाद इस बार हैल्थ डिपार्टमेंट में तबादलों को लेकर बड़ा फेरबदल चल रहा है। चिकित्सा मंत्री परसादीलाल मीणा ने सबसे पहले डेपुटेशन और सेटिंग से शहरों में जमे डॉक्टरों पर हमला किया था और उनको तुरंत अपनी मूल पोस्टिंग वाले स्थानों पर भेजने के आदेश दिए थे। लेकिन अब भी सैकड़ों डॉक्टर-कर्मचारी डेपुटेशन और अपनी पसंदीदा जगह जमे हैं। दूसरी तरफ पिछले 15 दिन में 2400 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ इधर-उधर किए गए।लिहाजा वर्किंग डे के अनुसार 11 दिन में औसतन 217 प्रतिदिन ट्रांसफर किए गए। इनमें 610 डॉक्टर और 1780 नर्सिंग और पैरा मेडिकल स्टाफ हैं। अब भी तबादलों का कुंभ चल रहा है। माना जा रहा है कि सीजन में 10 हजार से ज्यादा स्टाफ इधर-उधर होगा।27 लिस्ट डॉक्टरों व विशेषज्ञों की
15 दिन में 610 डॉक्टरों की 27 बार ट्रांसफर लिस्ट निकाली गई। यानी रोज करीब 3 लिस्ट जारी की गई। इनमें मेडिकल ऑफिसर, सीनियर मेडिकल ऑफिसर, वरिष्ठ और कनिष्ठ विशेषज्ञ, अस्थि रोग से लेकर डेंटिस्ट आदि चिकित्सक शामिल हैं।चौमूं से सीधे जैसलमेर-बाड़मेर : तबादला सूचियों में सबसे चर्चित तबादले चौमूं के 7 डॉक्टरों के रहे। डाॅ. बीएल यादव, डाॅ. रवि कुमावत, डॉ. जयंत जैन, डाॅ. ज्योति यादव, डाॅ. सुरेश जांगिड़, डाॅ. मुखराम देवंदा और डाॅ. ज्योति शर्मा के तबादले सीएचसी चौमूं से जैसलमेर और बाड़मेर जिले की विभिन्न सीएचसी और पीएचसी में कर दिए गए हैं

मांगी सरप्लस की सूची
हैल्थ डायरेक्टरेट ने 33 जिलों के लिए आदेश जारी किया है कि सभी सीएमएचओ और उनके अधीन अफसर 29 जुलाई तक अपने-अपने जिले में जितने भी अराजपत्रित कर्मचारी सरप्लस हैं, उनकी पूरी डिटेल मुख्यालय को भेजें। माना जा रहा है कि मंत्री ने सभी अस्पतालों को डॉक्टर स्टाफ मुहैया कराने का आदेश निकलवाया है।

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