विशेषज्ञ डॉक्टर अब PHC की जगह जिला मुख्यालय पर होंगे तैनात

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एमडी या एमएस डॉक्टरों के लिए स्पेशलिस्ट कैडर पद सृजित करने की सैद्धांतिक मंजूरी दी है। इसके अलावा डॉक्टरों को कोई प्रशासनिक कार्य भी नहीं दिया जाएगा और वे अपनी संबंधित विशेषता में ही अभ्यास करेंगे।

मुख्यमंत्री द्वारा दी गई सैद्धांतिक मंजूरी के तहत सरकार विशेषज्ञों के लिए एक विशेष सब कैडर बनाएगी, जिन्हें सलाहकार या वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नामित किया जाएगा। इससे पहले एमबीबीएस योग्यता और एमडी/एमएस योग्यता वाले डॉक्टर एक ही कैडर में होते थे। स्पेशलिस्ट कैडर पोस्ट बनने से ये डॉक्टर अपने काम पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे

बड़े अस्पताल में तैनात होंगे विशेषज्ञ

विशेषज्ञ कैडर के रूप में डॉक्टरों को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) के बजाय बड़े अस्पतालों में तैनात किया जाएगा। इससे उनकी पदोन्नति जल्द होगी। प्रदेश सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से मरीजों को भी बहुत फायदा होगा, क्योंकि उन्हें अच्छे विशेषज्ञों का परामर्श मिलेगा और डॉक्टर अस्पतालों के कामकाज की निगरानी और प्रबंधन करने में अधिक सक्षम होंगे। सीएम मनोहर ने कहा कि वर्तमान संकट की स्थिति में समाज में डॉक्टरों की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है और सरकार उनके कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। बता दें कि डॉक्टरों की यह मांग वर्षों से चली आ रही थी, जिस पर सीएम ने मंगलवार को सैद्धांतिक मंजूरी दी है।

 

चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर

मंगवार को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर हड़ताल पर रहे। इस दौरान ओपीडी सेवाएं बंद रही। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन ने कहा कि यदि दो दिनों में मांगे नहीं मानी गई तो चिकित्सक 14 जनवरी शुक्रवार को एमरजेंसी सेवाएं भी बंद करके पूर्ण हड़ताल पर चले जाएंगे। वहीं सरकार ने एस्मा लागू कर दिया है।

 

ये हैं मांगे

एसएमओ की सीधी भर्ती न हो, यह पद प्रमोशन से भरे जाएं। डॉक्टरों की तीन की बजाए चार एसीपी 4, 9, 13 और 20 साल में मिले। विशेषज्ञों के लिए अलग कैडर तैयार किया जाए।

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