The accountant of Patna’s Niveda Hospital Blood Center is still absconding.

29.07.2022
बच्चों का खून निकालकर बेचने की जांच जारी है। ड्रग कंट्रोलर विभाग की टीम ने गुरुवार को गोविंद मित्र रोड में ब्लड बैग बेचने वालों के यहां जांच की, ताकि पता चले कि आरोपी संतोष और निवेदा ब्लड सेंटर को किसने इसकी सप्लाई की थी। विभाग के एडीसी विश्वजीत दास गुप्ता ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में खेल ब्लड बैग का ही है।
जिस बैच और टैग नंबर का ब्लड बैग आरोपी संतोष और निवेदा के ब्लड सेंटर में मिला है, उसी का मिलान किया जा रहा है। यहां दो-तीन ही ब्लड बैग की सप्लाई करने वाले हैं।इन सभी के यहां बैच नंबर का मिलान किया जा रहा है। एडीसी ने बताया कि निवेदा अस्पताल के ब्लड सेंटर का एकाउंटेंट भी अभी तक फरार है। उसकी तलाश हो रही है। उससे पूछताछ में पता चलेगा कि खून के खरीद फरोख्त में पेमेंट किसे और कैसे किया गया।

बिना अनुमति दूसरे राज्यों से भी मंगाते थे ब्लड
एडीसी के मुताबिक जांच से पता चला कि यह ब्लड बैंक दूसरे राज्य से भी खून मंगाता था। कोलकाता के अलावा और कहां-कहां से खून मंगाते थे और कहां सप्लाई करते थे, इसकी जांच की जा रही है। एक ब्लड सेंटर से खून मंगाने की जानकारी मिली है।दूसरे राज्य से खून मंगाने के लिए एनबीटीसी या एसबीटीसी से अनुमति लेनी पड़ती है। लेकिन कोलकाता के ब्लड सेंटर से खून मंगाने के लिए अनुमति भी नहीं ली गई। ये लोग बगैर अनुमति के ही कोलकाता के ब्लड बैंक से खून मंगाते थे। खून कहां से आया और किसको चढ़ाया गया, इसका भी रिकार्ड नहीं मिला है।

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