There is no examination controller in Rajasthan Paramedical Council for the last 20 days, due to the negligence of the council, the future of the students is in danger.

06.07.2022
एक तरफ सरकार बेरोजगारों को सरकारी नौकरी के सपने दिखा रही है। वहीं राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल में पिछले 20 दिन से परीक्षा नियंत्रक ही नहीं है। काउंसिल के पास प्रदेश की पैरामेडिकल संस्थानों की परीक्षा के लिए फार्म भरवाना, थ्योरी और प्रायोगिक परीक्षा का टाइम टेबल की घोषणा करना।ऑल राजस्थान पैरामेडिकल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष जतन गुर्जर का कहना है कि काउंसिल की लापरवाही के कारण विद्यार्थियों का भविष्य खतरें में है। इसलिए सरकार को जल्द से जल्द परीक्षा नियंत्रक लगाना चाहिए। आने वाली भर्ती में शामिल नहीं होने पर जिम्मेदारी राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल की होगी। इसलिए शीघ्र ही इसमें निर्णय लेना होगा।

असर:
परीक्षा नियंत्रक नहीं होने से वर्ष 2018-19 की सैकंड ईयर की परीक्षा के साथ विभिन्न कोर्स कर रहे छात्रों की रिमांडेड, थ्याेरी और प्रायोगिक परीक्षा प्रभावित हो रही है। परीक्षा नियंत्रक नहीं होने की सूचना से करीब 8 हजार परीक्षार्थी डिप्रेशन में है। सरकार 900 मेडिकल लैब टेक्नीशियन और 800 असिस्टेंट रेडियोग्राफरों के पदों पर भर्ती निकालने जा रही है।

काउंसिल पर समय पर परीक्षा आयोजित कराने का दबाव है।
मौजूदा स्थिति में पैरामेडिकल काउंसिल में परीक्षा नियंत्रक का कुछ दिनों से पद रिक्त चल रहा है। इस वजह से विद्यार्थियों की परीक्षा का काम प्रभावित हो रहा है। इस पद पर तुरंत नियुक्त करने के लिए सरकार को निवेदन किया गया है। इस पद पर नियुक्ति होते ही कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। -कैलाश नारायण मीणा, रजिस्ट्रार, राजस्थान पैरामेडिकल काउंसिल

ये पद भी रिक्त
: पैरामेडिकल काउंसिल के गठन के बाद भी परीक्षा सलाहकार, जूनियर लीगल एडवाइजर, लेखाकार व जूनियर एकाउंटेंट, सीनियर व जूनियर असिस्टेंट, सूचना सहायक, कम्प्यूटर ऑपरेटर व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद रिक्त चल रहे है, जिससे काम प्रभावित हो रहा है।

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